



हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ में विश्वविद्यालय के दसवें स्थापना दिवस के अवसर पर दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘स्पंदन-2019‘ का रंगारंग शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा का ब्यौरा प्रस्तुत किया और बताया कि किस तरह से विश्वविद्यालय ने बीते चार वर्षों में उपलब्धियों के मोर्चें पर नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा विश्वविद्यालय समुदाय को संदेश के माध्यम से संबोधित किया गया। कुलपति ने मुख्यमंत्री का संदेश पढ़ते हुए उपस्थित सदस्यों को बताया कि मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय की प्रगति से खुश हैं और उन्हंे इस बात पर गर्व है कि हकेंवि अपने में एक मिनी इंडिया को सहेज कर आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. मारकण्डेय आहूजा, कुलपति, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर व कुलपति गुरूग्राम विश्वविद्यालय, गुरूग्राम व विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अनिल कौशिक, निदेशक, हरियाणा कला परिषद, चण्डीगढ़ उपस्थित रहे। इस मौके पर विश्वविद्यालय का न्यूज लेटर व ब्लड डोनर डायरेक्ट्री का गणमान्य अतिथियों के कर-कमलों द्वारा विमोचन किया गया।
अपने स्वागत भाषण में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि पिछले तीन-चार वर्षों में विश्वविद्यालय ने किस तरह से संसाधनों के विकास, शोध के क्षेत्र व शिक्षण के आधुनिकीकरण की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। फिर वो चाहे नए शैक्षणिक खंडों व छात्रावासों के निर्माण की बात हो या फिर रिसर्च के मोर्चे पर विश्वविद्यालय को साल दर साल विभिन्न संस्थानों से शोध कार्य के लिए मिल रहे प्रोजेक्ट्स की संख्या की बात हो। कुलपति ने बताया कि किस तरह से विश्वविद्यालय शिक्षण के मोर्चे पर ‘मूक्स‘ का प्रयोग कर रहा है और विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन व्याख्यान उपलब्ध कराने की दिशा में अग्रसर है। भविष्य की योजनाओं में कुलपति ने पाँच नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए विशेष मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने की दिशा में जारी प्रयासों को उल्लेख किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. मारकण्डेय आहूजा ने कहा कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रगति देखकर वे बेहद खुश हैं और इस कार्य के लिए प्रो. कुहाड़ की जितनी भी सराहना की जाए वह कम है। उन्होंने कहा कि यह शताब्दी युवा पीढ़ी की शताब्दी है इसलिए युवाओं को चाहिए कि वे सीखें, भुलाएं और फिर से सीखें। लर्न, अनलर्न एण्ड रिलर्न। भारत के कई रंग हैं और रंगों की यह विविधता ही भारत का परिचय है और भारत का यही रंग आज हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में देखने को मिला। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अनिल कौशिक ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग प्रस्तुतियों को देखने के बाद घोषणा की कि वे हरियाणा कला परिषद, चण्डीगढ़ के माध्यम से विश्वविद्यालय में दो आयोजन प्रायोजित करेंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। फिर वो चाहे बिहार का छट पर्व हो या फिर गुजरात का डांडिया उत्सव। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने बेहद मोहक अंदाज में जगन्ननाथ पुरी से लेकर केरल, हरियाणा, दिल्ली व पंजाब आदि राज्यों की कला, संस्कृति व सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने विभिन्न प्रस्तुतियों को देखने के बाद श्री अनिल कौशिक की मदद से तीन विजेता टीमों की भी घोषणा की, जिसमें पहला स्थान बिहार का रहा, दूसरा उड़ीसा व तीसरा स्थान दिल्ली का रहा।
कार्यक्रम के अंत में स्वामी दयानन्द सरस्वती पीठ के पीठाचार्य प्रो. रणवीर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और इस आयोजन हेतु विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव, कुलानुशासक, छात्र कल्याण अधिष्ठाता व शैक्षणिक अधिष्ठाता को धन्यवाद दिया और इसके साथ-साथ इस आयोजन में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मचारियों का भी आभार व्यक्त किया। इस मौके पर विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्रभारी, अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहें।
उल्लेखनीय योगदान के लिए शिक्षक व कर्मचारी सम्मानित
हकेंवि में कर्मचारियों व शिक्षकों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित करने की परम्परा को लगातार दूसरे साल भी जारी रखा गया। विश्वविद्यालय के दसवें स्थापना दिवस के अवसर पर कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़, कुलसचिव श्री राम दत्त व विशिष्ट अतिथि अनिल कौशिक के हाथों शिक्षकों व कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इस वर्ष प्रो. सारिका शर्मा, अधिष्ठाता कला, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान पीठ, डॉ. चंचल कुमार शर्मा, सह-आचार्य व विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग व डॉ. देवेंद्र कुमार, प्रभारी, सांख्यिकी विभाग को शिक्षण व रिसर्च के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसी तरह शिक्षणेतर कर्मचारियों में परीक्षा विभाग के सहायक कुलसचिव सुंदर लाल शर्मा, पुस्तकालय विभाग के सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष नरेश कुमार व शैक्षणिक अनुभाग के अवर श्रेणी लिपिक अमित यादव को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
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